अभिनव न्यूज, बीकानेर। बड़ी बेटी की बड़े अरमान से नौ महीने पहले शादी की। शादी के समय ससुराल वालों ने कोई दहेज नहीं लिया। सब बहुत खुश हुए। लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल वाले परेशान करने लगे। बाप-मां ने ससुराल वालों के आगे हाथ जोड़े। पैर पकड़े, लेकिन वे नहीं माने। बेटी को मारपीट कर घर से निकाल दिया। पीड़ित ने महिला थाने में लिखित परिवाद दिया। सुनवाई नहीं होने पर परेशान होकर पूरे परिवार ने खुदकुशी करने जैसा कदम उठा लिया।
यह दास्तां है लेघा बाड़ी में रहने वाले एक व्यक्ति के परिवार की। पिछले साल चार नवंबर को अपनी बड़ी बेटी की शादी किश्मीदेसर निवासी युवक से की। शादी के समय लड़के वालों ने कोई दहेज नहीं लिया और एक रुपए नारियल में शादी की। आरोप है कि शादी के कुछ समय बाद ही सास व उसका पति दहेज के लिए परेशान करने लगे। मारपीट कर घर से निकाल दिया। तब परिवार व रिश्तेदारों ने पंचायती कर एकबारगी मामला सुलटाया। अभी दो महीने पहले ससुराल से पीहर आ गई। पीड़िता ने अपने मां-बाप के साथ महिला थाने में जाकर परिवाद भी दिया।
पीड़ित के मुताबिक, पुलिस के सुनवाई नहीं करने पर पूरा परिवार हताश हो गया। शनिवार को वह पत्नी और बेटियों के साथ कोडमदेसर के लिए रवाना हुआ। कोडमदेसर से पहले नहर में पूरे परिवार ने छलांग लगा दी। इससे पहले पूरे परिवार ने गोलियां खाई। गनीमत थी कि किसी ग्रामीण ने पांचों को एक साथ नहर में छलांग लगाते देख लिया। तब बाकी ग्रामीणों के साथ आधे घंटे की मशक्कत से सबको बाहर निकाला लिया। मोबाइल से उसके परिजनों को सूचित किया। उसकी मां व अन्य परिजन मौके पर पहुंचे और उन्हें घर ले गए। रात को पांचों की तबीयत खराब होने पर उन्हें पीबीएम अस्पताल में भर्ती किया गया।