अभिनव न्यूज, हनुमानगढ़ । हनुमानगढ़ छानीबड़ी गांव के सरकारी अस्पताल में भर्ती 25 वर्षीय गर्भवती महिला की प्रसव के बाद अचानक तबीयत बिगड़ गई। भादरा लाते समय उसकी मृत्यु हो गई। इस मामले में मृतका के पति ने चिकित्सा विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है. पुलिस थाना भिरानी में रिपोर्ट दर्ज कर जांच की मांग की गई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
मृतका के पति छानीबड़ी निवासी सुभाष चंद्र पुत्र मागेराम मेघवाल ने भिरानी थाने में रिपोर्ट दी है कि उसकी पत्नी सुमन, जो करीब नौ माह से गर्भवती थी. गुरुवार सुबह उसे राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छानी बड़ी में भर्ती कराया गया। तब डॉ. नवीन मौके पर नहीं थे। फिर डॉक्टर न होने की स्थिति देख उन्होंने स्टाफ सदस्य महेंद्र छींपा से कहा कि उन्हें हिसार या सिरसा रेफर कर दिया जाए, डॉक्टर आएंगे या नहीं पता नहीं। तब महेंद्र छींपा व अन्य स्टाफ ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि हमने जांच आदि कर ली है, जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। हम इसकी नॉर्मल डिलीवरी करा देंगे.
कहीं जाने की जरूरत नहीं. हमने डॉक्टर साहब को फ़ोन पर सूचना दे दी है, डॉक्टर नवीन थोड़ी देर में आएँगे। इसके बाद शाम को नॉर्मल डिलीवरी हुई और उनकी पत्नी ने एक बच्ची को जन्म दिया. जन्म देने के एक घंटे बाद, महेंद्र छिंपा और अन्य स्टाफ सदस्यों ने मां को बताया कि वह पूरी तरह से सुरक्षित है और बच्चे को भद्रा नर्सरी में ले जाने के लिए कहा।
फिर जब वह लड़की को भादरा लाने के लिए वाहन की व्यवस्था करने निकला। जब वह वापस अस्पताल आया तो महेंद्र छींपा व स्टाफ ने उसे बताया कि आपकी पत्नी बेहोश हो गई है, उसे भी भादरा ले जाना पड़ेगा। इस पर जब उसने पत्नी का हाथ छुआ तो वह बिल्कुल ठंडी थी। वह अपनी पत्नी को भादरा के विवेकानन्द अस्पताल ले गया तो डॉक्टर ने उसकी पत्नी सुमन को मृत घोषित कर दिया।
सुभाष का आरोप है कि मेडिकल स्टाफ के घोर लापरवाही भरे रवैये के कारण उनकी पत्नी की मौत हुई है. क्योंकि उन्हें महेंद्र छिंपा व स्टाफ द्वारा जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचने की झूठी सूचना दी गई थी और पूरे दिन डॉक्टर अस्पताल नहीं पहुंचे, महेंद्र छिंपा व स्टाफ सदस्यों द्वारा बिना किसी डॉक्टर के जांच किए इलाज शुरू कर दिया, मेडिकल की घोर लापरवाही विभाग।
जिसके चलते उसकी पत्नी सुमन की मौत हो गई है। भिरानी थाने में दिए गए प्रार्थना पत्र में सुमन की मौत के लिए चिकित्सा विभाग को पूरी तरह से जिम्मेदार बताते हुए डॉ. नवीन, स्टाफ सदस्य महेंद्र छिंपा और नर्स के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है. इस पर भिरानी पुलिस ने मामला दर्ज कर मृतक का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया.