


अभिनव न्यूज, सीकर। बरसाती पानी की निकासी के लिए खोदे गए गड्ढे में डूबने से कोचिंग स्टूडेंट की मौत को लेकर सीकर जिले के विभिन्न संगठनों ने सीकर को अनिश्चितकालीन बंद करने की घोषणा की है. आईआईटी की तैयारी करने वाला युवराज मीणा तीन बहनों का इकलौता भाई था. सभी भाई-बहन पीजी हॉस्टल में रहकर एक साथ पढ़ते थे.

झुंझुनू जिले के मलसीसर थाना इलाके के हमीरी कला गांव निवासी 17 वर्षीय छात्र युवराज मीणा कोचिंग से पढ़ाई करके वापस अपने हॉस्टल जा रहा था. शनिवार शाम को बारिश का पानी निकासी पाइपलाइन डालने हेतु खोदे गए गड्ढे में भर गया. जहां कोई साइनबोर्ड भी नहीं लगा था. उस गड्ढ़े से अनजान युवराज उसमें गिर गया. जिसके बाद उसकी गड्ढे के पानी में डूबने से मौत हो गई.
प्रभारी मंत्री की बैठक में हुआ था हंगामा : प्रभारी मंत्री शकुंतला रावत की अध्यक्षता में जिला कलेक्ट्रेट में पिछले माह हुई बैठक में इसी मुद्दे को लेकर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा व सीकर विधायक राजेंद्र के पारीक के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई थी. बता दें कि नवलगढ़ रोड के लोगों ने भी पानी निकासी की मांग को लेकर पिछले साल 80 दिनों तक धरना दिया था.
परिवार का सपना था बेटा बनेगा इंजीनियर : झुंझुनू जिले के मलसीसर थाना इलाके के हमीरी कला के युवक युवराज के माता-पिता का सपना था कि बेटा इंजीनियर बनेगा. लेकिन सरकारी अव्यवस्थाओं के कारण युवराज समेत उसके माता-पिता के सपने चकनाचूर हो गए. पिता महिपाल सिंह सीआईएसएफ में हैं जबकि माता गृहणी है. परिजनों की मांग है कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए