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Sunday, November 24

पंजाब की जेलों में गैंगवार का खतरा:मूसेवाला की हत्या के बाद गैंगस्टर्स दे रहे धमकियां; सरकार ने STF के ADGP को सौंपा जेल का चार्ज

अभिनव टाइम्स |पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद पंजाब की जेलों में गैंगवार का खतरा बढ़ गया है। गैंगस्टर ग्रुप एक-दूसरे को धमकी दे रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार ने तेजतर्रार IPS हरप्रीत सिंद्धू को जेल के ADGP का चार्ज सौंप दिया है। वह अभी तक ड्रग्स के खिलाफ बनी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के ADGP का चार्ज देख रहे थे।

हरप्रीत सिद्धू सख्त IPS अफसर माने जाते हैं। STF का प्रमुख बनने के बाद उन्होंने कई इंटरनेशनल ड्रग स्मगलिंग के नेटवर्क को बेनकाब किया। ड्रग स्मगलिंग में शामिल कई गैंगस्टरों का भी उनकी जांच में पर्दाफाश हो चुका है। वह गैंगस्टरों के नेटवर्क को बाखूबी समझते हैं।

मूसेवाला की 29 मई को शाम साढ़े 5 बजे मानसा के जवाहरके गांव में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसकी जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस गैंग के गोल्डी बराड़ ने ली।

मूसेवाला की हत्या के बाद गैंगस्टर एक्टिव

सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद गैंगस्टर सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को धमका रहे हैं। मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस के गैंग ने ली। इसके बाद गैंगस्टर दविंदर बंबीहा और गैंगस्टर विक्की गौंडर गैंग ने बदला लेने की धमकी दी। मूसेवाला हत्याकांड का बदला लेने के लिए फिर हरियाणा और दिल्ली के गैंगस्टर भी सक्रिय हो गए। गैंगस्टर नीरज बवाना, भूप्पी राणा, कौशल चौधरी ने भी मूसेवाला की मौत का बदला लेने की धमकी दी। उनके निशाने पर लॉरेंस गैंग है।

फिरोजपुर जेल में हो चुकी भिड़ंत
पंजाब की फिरोजपुर जेल में कल गैंगस्टर भिड़ चुके हैं। यहां दो ग्रुपों में सिद्धू मूसेवाला की हत्या को लेकर बहस हो गई। एक पक्ष ने मूसेवाला की हत्या को गलत बताया, तो दूसरे ने सही। जिसके बाद उनके बीच हिंसा हुई। हालांकि, हाई सिक्योरिटी जेल के अंदर इस तरह की वारदात को अफसरों ने पूरी तरह सीक्रेट रखा। इनमें एक ग्रुप गैंगस्टर मनप्रीत मन्ना का बताया जा रहा है। जिसकी कोरोला गाड़ी का मूसेवाला हत्याकांड के शार्प शूटर्स द्वारा इस्तेमाल किए जाने की चर्चा है।

जेलों से लगातार मिल रहे मोबाइल
पंजाब की जेलों से लगातार मोबाइल मिल रहे हैं। जेल विभाग की तरफ से लगातार पुलिस की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसके बावजूद मोबाइल मिलने का सिलसिला थम नहीं रहा। मोबाइल के जरिए ही जेल में बंद गैंगस्टर बाहर अपनी गैंग को ऑपरेट कर रहे हैं। उन्हें आगे टारगेट बता रहे हैं।

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