अभिनव न्यूज, बीकानेर। पीबीएम की जनाना होस्पीटल में एक प्रसुता का बच्चा बदल जाने की आशंका में माहौल गरमा गया। बताया जाता है कि प्रसुता के देर रात को लैबर रूम में लडक़ी हुई थी,नवजात की हालत गंंभीर होने के कारण उसकी मौत हो गई परिजनों उसका शव दफन भी कर आये। सुबह परिजनों को पता चला कि प्रसुता के लडक़ी नहीं बल्कि लडक़ा पैदा हुआ था।
इससे मामले तूल पकड़ गया। परिजनों ने होस्पीटल के लैबर रूम स्टाफ पर बच्चा बदलने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया । जानकारी के अनुसार तिलक नगर सुरजपुरा निवासी श्रीमति रेणू संाखला पत्नि हरि किशन सांखला को बुधवार सुबह प्रसव के लिये पीबीएम की जनाना होस्पीटल में भर्ती कराया गया था,जहां देर शाम करीब उसके प्रसव हो गया और मगर नवजात शिशु की हालात गंभीर होने पर उसे नर्सरी में भेज दिया गया।
जहां उसकी मौत हो जाने पर दिंवगत शिशु का शव परिजनों को सौंप दिया । परिजन नवजात का शव भी दफन कर आये। जबकि लैबर रूम के रिकॉर्ड में रेणू के लडक़ा पैदा होना बताया गया था। इससे परिजन असंमजस में फंस गये । परिजनों ने कहा कि रात को प्रसव के बाद लैबर रूम स्टाफ ने भी उन्हे लडक़ा पैदा होने की सूचना दी और इसकी बधाई भी ले ली। परिजनों को शक हो गया कि रेणू के लडक़ा हुआ था लेकिन नर्संरी स्टाफ ने मृत लडक़ी थमा दी।
हैरानी की बात तो यह है कि रेणू के परिजन जब इस मामले को लेकर यूनिट डॉ.सुमन बुढ़ानिया के घर गये तो डॉ.बुढ़ानिया ने उन्हे यह कह होस्पीटल भेज दिया कि मामले को ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं तुम लैबर रूम जाकर लडक़ा ले लो। परिजन वापस होस्पीटल पहुंचे तो उन्हे लैबर रूम स्टाफ ने लडक़ा देने से इंकार करते हुए कहा रेणू के लडक़ी हुई थी तो लडक़ा कहां से दें। इससे मामला ज्यादा गरमा गया और परिजनों ने जनाना होस्पीटल में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
इसकी सूचना मिलने के बाद पीबीएम अधीक्षक डॉ.पीके सैनी और डॉ.संजय बुरी भी मौके पर पहुंच गये और परिजनों को समझाइस शुरू कर दी। वहीं प्रसुता के परिजन पक्ष की ओर से भाजपा नेता बाबुलाल गहलोत,उप महापौर राजेन्द्र तंवर,लोजपा जिला अध्यक्ष कुलदीप तंवर,विक्रम सांखला और राजेश गहलोत भी पहुंच गये।
मामले को लेकर हुई समझाइस वार्ता में प्रसुता के परिजनों ने आरोप लगाया कि रेणू के लडक़ा हुआ था लेकिन होस्पीटल स्टाफ ने बच्चा बदल कर उन्हे मृत लडक़ी थमा दी। उन्होने कहा कि इस मामले में मृत बच्ची का डीएनए टेस्ट कराया जाये। वहीं पीबीएम अधीक्षक का कहना था कि प्रसुता के लडक़ी पैदा हुई थी लेकिन नर्सिग स्टाफ की गलती से प्रसुता की डिलेवरी फाईल में लडक़ा दर्ज हो गया। रिकॉर्ड में लडक़ा दर्ज होने के कारण पीबीएम होस्पीटल प्रशासन भी मामले को असंमजंस मेंं फंसा हुआ था।