अभिनव न्यूज
अजमेर। असम की स्टेट काउंसलिंग ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (SCERT) में 105 करोड़ रुपए के कथित घोटाले के मामले में असम की विजिलेंस टीम रविवार देर रात अजमेर पहुंची। टीम ने अजमेर की कोतवाली थाना पुलिस की मदद से सोमवार सुबह असम की निलंबित महिला आईएएस सेवाली देवी शर्मा सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जिन्हें सीजीएम कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।
फिर असम स्पेशल पुलिस महिला आईएएस सहित तीनों आरोपियों को असम लेकर रवाना हो गई। इनसे इस घोटाले के मामले में पूछताछ की जाएगी। तीनों आरोपी फरारी काटने के लिए अजमेर पहुंचे थे।
दरअसल, रविवार देर रात असम की विजिलेंस टीम अजमेर पहुंची। कोतवाली थाना पुलिस से संपर्क किया गया। टीम के द्वारा स्थानीय पुलिस को घोटाले से संबंधित जानकारी दी गई। आरोपियों के अजमेर होने की सूचना दी गई। सोमवार सुबह असम विजिलेंस टीम और कोतवाली थाना पुलिस ने लोकेशन के आधार पर जयपुर रोड स्थित होटल क्रॉस लैन से सेवाली देवी शर्मा, अजीत पाल सिंह और राहुल आमीन को गिरफ्तार किया है। इस दौरान वहां पर पुलिस को निलंबित महिला आईएएस की नौकरानी को भी हिरासत में लिया गया। तीनों आरोपी फरारी काटने के लिए अजमेर पहुंचे थे।
सीजेएम कोर्ट में किया पेश
असम विजिलेंस की स्पेशल टीम इंस्पेक्टर प्रीतम सेकिया के नेतृत्व में अजमेर पहुंची थी। इंस्पेक्टर प्रीतम ने बताया- असम के एजुकेशन इंस्टीट्यूट में लगभग 105 करोड़ के घोटाले में फरारी काट रही महिला आईएएस सेवाली देवी और दो अन्य आरोपियों को अजमेर से गिरफ्तार किया गया है। जिन्हें अजमेर के सीजेएम कोर्ट में पेश कर यात्रा रिमांड पर लिया गया है।
105 करोड़ के घोटाले का आरोप
बता दें कि सेवाली देवी शर्मा पर आरोप है कि 2017-2020 के बीच जब वे एससीईआरटी के एग्जीक्यूटिव के रूप में पदस्थ थी। तब उन्होंने सरकार की सहमति के बिना 5 बैंक अकाउंट खुलवाए थे और उन पर कथित रूप से 100 करोड से अधिक के घोटाले किए थे। बताया जा रहा है कि इस घोटाले में उनके दामाद भी शामिल है। जो कि एक कांट्रेक्टर है, आईएएस अधिकारी पर आरोप है कि उन्होंने बिना कोई वर्क आर्डर दिखाएं 105 करोड़ रुपए निकल वाली है।
1992 बैच की है अधिकारी
सेवाली देवी शर्मा 1992 कैडर की अधिकारी है। उनका रिक्रूटमेंट SCS-2010 के तहत हुआ है। उन्होंने बीए और एलएलबी से ग्रेजुएशन किया है। घोटाले के मामले पर अब सरकार सख्ती से जांच कर रही है। इस सिलसिले में फिलहाल स्पेशल टीम अधिकारी से पूछताछ भी कर रही है। इससे पहले मामला उजागर होते ही सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था।