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उदयपुर। ग्रेड सेकेंड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2022 में डमी अभ्यर्थियों से परीक्षा दिलाने वाली गैंग के सरगना समेत 3 आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने सोमवार को चार्जशीट पेश कर दी। जो 5 लाख रुपए डमी अभ्यर्थी को देते थ।
सरगना भूपेन्द्र सारण का साथी और मूल अभ्यर्थी अब भी फरार है। इस पर कोर्ट ने चालान में जांच जारी रखने के आदेश दिए। आरोपियों पर 6 धाराएं लगाई गई हैं। इनमें 2 से 10 साल तक की सजा के साथ ही जुर्माने की सजा संभव है।
जांच अधिकारी एएसपी मंजीत सिंह ने बताया- गैंग के सरगना भूपेन्द्र सारण, डमी अभ्यर्थियों को तैयार करने वाले सुरेश बिश्नोई और डमी अभ्यर्थी मनोहर लाल के खिलाफ जांच पूरी हो चुकी है। आरोपियों के खिलाफ अपर लोक अभियोजक मुस्तकिल खान के जरिए एडीजी 1 कोर्ट की जज संदीप कौर के समक्ष आरोप पत्र पेश किया गया।
मामले में फरार मूल अभ्यर्थी चितलवाना जालोर निवासी अशोक पारीक व गैंग सरगना के सहयोगी सुरेश पुत्र मांगीलाल ढाका अभी भी फरार है। इनके खिलाफ कोर्ट ने पुलिस को अनुसंधान जारी रखने के आदेश दिए हैं।
यह है मामला
21 दिसंबर 2022 को ग्रेड सेकेंड शिक्षक भर्ती परीक्षा के सेंटर राउमावि एकलिंगपुरा की प्रधानाचार्या रुचिका माहेश्वरी ने सवीना थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था। इसमें बताया कि सेंटर पर अशोक पारीक के स्थान पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मनोहर बिश्नोई ने परीक्षा दी। इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। इसके अलावा सुरेश बिश्नोई और भूपेन्द्र सारण सेकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं।
सारण के कहने पर सुरेश तैयार करता था डमी अभ्यर्थी
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षाओं में मूल अभ्यर्थियों की जगह पर परीक्षा देने वाले डमी अभ्यर्थियों को सुरेश बिश्नोई तैयार करता था। इसकी पूरी योजना भूपेन्द्र सारण बनाता था। सुरेश डमी अभ्यर्थियों को 5 लाख रुपए तक की राशि देने का लालच देता था और परीक्षा देने के लिए तैयार करता था। इसके बाद डमी को मूल अभ्यर्थी की जगह परीक्षा में बैठाने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करवा कर देता था। इसके बाद डमी जाकर परीक्षा दे देता था।
कौन है भूपेंद्र सारण
भूपेंद्र सारण साल 2011 में जीएनएम भर्ती पेपर आउट प्रकरण और वर्ष 2022 में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में भी शामिल था। जेल भी जा चुका हे। पुलिस जयपुर से भूपेंद्र सारण की गर्लफ्रेंड और पत्नी को गिरफ्तार कर चुकी है।
कौन है सुरेश ढाका
सुरेश ढाका सांचौर से 20 किलोमीटर दूर स्थित अचलपुर गांव का रहने वाला है। इसके पिता मांगीलाल वर्तमान में सरपंच हैं। पहले जेल भी जा चुका है। पहली बार मनी लॉड्रिंग और दूसरी बार पेपर लीक में जेल गया था। जयपुर में गुर्जर की थड़ी पर उमंग क्लासेज के नाम से कोचिंग चलाता है। चौंकाने वाली बात ये है कि सुरेश ढाका कई मंत्रियों के ट्विटर हैंडल और फेसबुक पेज हैंडल करता है। इसके अलावा खुद के भी सभी सोशल मीडिया अकाउंट वेरिफाइड हैं। अभी फरार है। सुरेश ढाका ने ही अपने साले सुरेश बिश्नोई और भूपेंद्र को जयपुर से पेपर उपलब्ध करवाया था।