अभिनव टाइम्स | करमीसर गांव की तरफ जाने वाले मार्ग पर करोड़ों रुपए की जमीन को जिला प्रशासन ने अतिक्रमण मुक्त कर दिया है। यहां नगर निगम और नगर विकास न्यास दोनों की जमीन पर भारी संख्या में अतिक्रमण है। रविवार को अवकाश के दिन नगर निगम की जेसीबी मशीन ने एक के बाद एक अतिकमण तोड़ दिए। हालांकि इस कार्रवाई से कई लोग बेघर हो गए हैं, जिसमें छोटे बच्चे और लड़कियां भी शामिल है।
नगर निगम ने करमीसर रोड पर अवैध रूप से मकान और बाड़े बनाने वाले एक दर्जन से अधिका लोगों काे पूर्व में नोटिस दे चुकी थी। इसके बाद भी किसी ने अपना अतिक्रमण नहीं हटाया। रविवार सुबह जेसीबी के साथ टीम मौके पर पहुंच गई और एक-एक करके सभी अतिक्रमण तोड़ दिए। इस दौरान स्थानीय लोगों ने विरोध भी किया लेकिन पुलिस ने सभी को अलग करके कमरों में रखा सामान बाहर निकाला और अतिक्रमण तोड़ दिए। वहीं कुछ निवासियों ने स्वयं के पास पट्टे होने का दावा किया। इसके बाद भी निगम अधिकारियों ने एक नहीं सुनी और कमरों को तोड़ दिया। इनमें कुछ मकानों में लोग रहते थे, जिनका सामान अब सड़क पर आ गया है और रात को रहने के लिए भी छत्त नहीं है। नगर निगम ने तय समय में सामान नहीं हटाने पर इसे भी जब्त करने की चेतावनी दी है।
तालाबों की आगोर में अतिक्रमण
करमीसर के आसपास ही बड़ी संख्या में लोगों ने तालाबों की आगोर में अतिक्रमण किए हुए हैं। सांसोलाव तालाब के पास ही बड़ी संख्या में अतिक्रमण है, जिससे आगोर से पानी तालाब तक नहीं आ रहा। इन अतिक्रमणों को तोड़ने के आदेश पिछले दिनों संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन ने दिए थे। इसके अलावा हर्षोलाव तालाब के पास भी बड़ी संख्या में लोगों ने अवैध निर्माण शुरू किए हुए हैं।