अभिनव न्यूज
बीकानेर: राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर की विभिन्न समितियों का गठन कर मंगलवार को घोषणा की गयी है। अकादमी की इन विभिन्न समितियों में प्रदेश के सभी जिलों से साहित्यकारों, विशेषज्ञों का चयन कर उन्हें समितियों में सदस्य पद पर मनोनीत किया गया है।
राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर के अध्यक्ष डॉ.दुलाराम सहारण ने बताया की राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर के संविधान अनुरूप सरस्वती सभा, संचालिका एवं वित्त समिति का गठन अनिवार्य होता है। बाकी समितियों, उप समितियों का गठन ऐच्छिक और कार्य संचालन की जरूरत अनुसार अध्यक्ष के विवेक पर निर्भर होता है।
हमने संस्था के लोकतांत्रिक स्वरूप के विस्तार परिप्रेक्ष्य में 20 से अधिक समितियों, उप समितियों का गठन किया है, जिसमें प्रांत के लगभग 200-300 साहित्यकार, विषय-विशेषज्ञ-कार्यकर्ता शामिल हुए हैं। अकादमी संचालिका की अगली बैठक में कुछ और समितियों, उपसमितियों का भी गठन किया जाना है। अकादमी अध्यक्ष डॉ.सहारण ने बताया की
योग्य और जरूरी व्यक्तियों को उचित दायित्व में शामिल करना अकादमी की ताकत होती है। इन समितियों के गठन से अकादमी की लोकतांत्रिकता फिर से बहाल होगी वहीं समिति सदस्यों के सलाह, सुझाव एवं दायित्व निर्वहन से श्रेष्ठ होगा, ऐसी उम्मीद है। राजस्थान सरकार के मुखिया अशोक गहलोत की भावना अनुरूप प्रांत में साहित्यिक गतिविधियों को नये आयाम मिलेंगे, भरोसा है। अध्यक्ष सहारण ने सभी समिति, उपसमिति सदस्यों को बधाई प्रेषित की है।