अभिनव न्यूज
अजमेर: अजमेर में बारह साल पहले मरे व्यक्ति की ओर से जमीन की रजिस्ट्री कराकर एक करोड़ चालीस लाख लाख रुपए प्राप्त करने का मामला सामने आया है। मृतक की दोनों बेटियों ने पीसांगन थाने में फर्जीवाड़ा कर दस्तावेजों से रजिस्ट्री कराने वाले लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
मोतीसर अजमेर निवासी आफू देवी व सोहनी पुत्री स्व. बिजा भाम्बी ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसके पिता बिजा पुत्र मूला की मृत्यु अगस्त 2010 में हो चुकी है तथा प्रार्थिया के पिता की खातेदारी भूमि ग्राम मोतीसर में आराजी खसरा नम्बर 673, 674 व अन्य कृषि भूमि है, जो उसके पिता बिजा के नाम आज भी राजस्व रिकार्ड में अंकित है। खसरा नम्बर 673, 674 की खातेदारी भूमि को हडप करने की नियत से फर्जी बिजा पुत्र मूला बनकर तथा बिजा का पुत्र श्रवण बनकर फर्जी व्यक्तियों जिनका फोटो 19 जनवरी 2023 के विक्रय पत्र में चस्पा हो रखी है। इन लोगों ने फर्जी रूप से 16 जनवरी 2023 को रजिस्ट्री टाईप करवाकर पीसांगन उप पंजीयक के यहाँ पर 19 जनवरी 2023 को पंजीकृत करवा ली। रजिस्ट्री पर श्रवण भाम्बी फर्जी व्यक्ति गवाह बनकर जमीन को बेचने में शामिल रहा।
फर्जी रजिस्ट्री पर लेखराज गुर्जर निवासी खरवा भी गवाह बना। जबकि जमीन का खातेदार बिजा पुत्र मूला भाम्बी वर्ष 2010 में ही मर चुका है। इसके उपरान्त भी उक्त लोगो ने उक्त जमीन खसरा नम्बर 673, 674 को इन्द्रजीत निवासी अजमेर व ताराचन्द रेगर निवासी भैरून्दा को बेचान कर दिया । इन्द्रजीत व ताराचन्द रेगर से एक करोड़ 40 लाख रुपए ले लिए। फर्जी रजिस्ट्री की जानकारी जब पटवारी के पास नामान्तकरण के लिए आई, तब पता चला। जानकारी मिली है कि ब्यावर निवासी सेठु दलाल और गवाह श्रवण और चैनपुरा नसीराबाद के रहने वाले प्रभू सिंह व नानूसिंह इन चारों ने मिलकर षड़यंत्र रचा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।