अभिनव न्यूज
जोधपुर: जोधपुर में शास्त्री नगर स्थित निजी स्कूल में आरटीई के तहत पढ़ने वाले बच्चों को जबरन टीसी थमाई जा रही है। इसको लेकर सोमवार को परिजनों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी से मिलकर शिकायत दर्ज करवाई। मुख्यमंत्री के ओएसडी महिपाल भारद्वाज से भी स्कूल मैनेजमेंट की शिकायत की।
अभिभावक खुशबू ने बताया कि उनके बच्चे का पिछले साल कक्षा 1 में एडमिशन करवाया था। इस बार स्कूल मैनेजमेंट उन्हे स्कूल बंद होने का हवाला देकर बच्चों की टीसी दे रहा है। कहा जा रहा है कि स्कूल को चौपासनी शिफ्ट किया जा रहा है। इसलिए अब बच्चों को आरटीई के तहत नहीं पढ़ा जा सकता। यदि आप के बच्चों को पढ़ाना है तो चौपासनी स्कूल में आपको फीस भरनी ही होगी अन्यथा आपके बच्चों को यहां पढ़ने नहीं दिया जाएगा। उनके बच्चों को स्कूल से भी निकाल दिया है।
अभिभावक अलीना मोदी ने बताया कि उनका बच्चा पिछले 4 साल से शास्त्रीनगर स्थित सेंट्रल एकेडमी स्कूल में पढ़ रहा है। उसका एडमिशन शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत करवाया गया था। पिछले एक माह से स्कूल मैनेजमेंट उन्हें उनके बच्चे की टीसी ले जाने के लिए दबाव बना रहा है। उनसे मोबाइल पर ओटीपी मांगी जा रही है।
उन्हें कहा जा रहा है कि अब आपके बच्चों को निशुल्क शिक्षा नहीं दी जा सकती। यदि उन्हें स्कूल में पढ़ाना है तो फीस देनी ही होगी। ऐसे ही कई और पेरेंट्स ने अपनी पीड़ा बताई और कहा कि स्कूल मैनेजमेंट अपनी मनमानी कर रहा है। जबकि सीएम गहलोत खुद शिक्षा को लेकर हाल ही के बजट में आरटीई के तहत कक्षा 1 से 12 तक की निशुल्क पढ़ाई का ऐलान कर चुके हैं ।
इधर परेशान पेरेंट्स शिकायत के लिए पिछले कई दिनों से जिला शिक्षा अधिकारी सहित जनप्रतिनिधियों के पास चक्कर काट रहे लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो सका है। पेरेंट्स ने आरोप लगाया कि उनको रातानाडा में एक स्कूल में शिफ्टिंग करने का बोल कर उनसे ओटीपी ले ली गई इसके बाद उनका एडमिशन निरस्त कर दिया गया।
सोमवार को भी पेरेंट्स ने स्कूल के बाद प्रदर्शन किया इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी से मिलकर समस्या बताई। यहां से भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो मुख्यमंत्री के ओएसडी महिपाल भारद्वाज को शिकायत दर्ज करवाई।