Welcome to Abhinav Times   Click to listen highlighted text! Welcome to Abhinav Times
Friday, November 22

राजस्थान में देरी से आएगा मानसून: 25 जून तक आने की संभावना, केरल में समय पर नहीं हुई एंट्री..

अभिनव टाइम्स | राजस्थान में इस साल मानसून पिछले साल की तुलना में थोड़ा देरी से आ सकता है। इस साल केरल में मानसून की एंट्री में देरी की संभावनाओं को देखते हुए ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। केरल में मौसम विभाग ने 27 मई तक मानसून की एंट्री का पूर्वानुमान लगाया था, लेकिन अभी थोड़ा वक्त और लगेगा। इससे प्रदेश में भी मानसून आने में 22 दिन का वक्त लग सकता है। संभावना है कि प्रदेश में 25 जून तक मानसून की एंट्री हो सकती है। ऐसे में पिछले साल की तुलना में 7 दिन की देरी से मानसून राज्य में आएगा।

जयपुर मौसम केन्द्र के मौसम विशेषज्ञों की माने तो पिछले साल परिस्थिति अच्छी होने के कारण मानसून औसत समय से पहले आ गया था। इस बार परिस्थिति कैसी रहेगी ये तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन केरल में जिस तरह परिस्थिति अभी है उसे देखकर लग रहा है कि थोड़ा वक्त लगेगा। हालांकि वहां प्री-मानसून की गतिविधियां शुरू हो गई है। पिछले कुछ दिनों से अच्छी बरसात हो रही है।

2-3 दिन देरी से आ सकता है मानसून
मौसम केंद्र नई दिल्ली ने 13 मई को जब फोरकास्ट जारी किया था, तब केरल में मानसून के 27 मई को आने की संभावित तारीख घोषित की थी, लेकिन इस तारीख पर मानसून भारत में प्रवेश नहीं कर सका। अब मौसम केन्द्र ने शुक्रवार को नया फोरकास्ट जारी करते हुए केरल में अगले 2-3 दिन के अंदर मानसून के एंट्री होने की संभावना जताई है।

देरी के पीछे ये कारण
विशेषज्ञों की माने तो देरी के पीछे कारण हवा की स्थिति है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से उत्तर की तरफ बढ़ने वाली हवा अब कम चल रही है, यही कारण है कि मानसून अब भी भारत की सीमा तक नहीं पहुंचा है और यह अभी भी करीब 100KM दूरी पर है। विशेषज्ञों की माने तो सतह से ऊपर हवा की स्थिति उत्तर की तरफ रहती है तो मानसून जल्दी और समय पर आने की संभावना ज्यादा रहती है।

सुस्त रह सकता है पहला माह
ज्योतिषाचार्य विनोद शास्त्री की माने तो इस साल नौतपा में जो स्थिति देखने को मिल रही है उसे देखकर संभावना जताई जा रही है कि इस बार मानसून का पहला महीना सुस्त रह सकता है। नौतपा के दोनों ही दिन प्रदेश में गर्म रहने के बजाए सामान्य रहे। दिन और रात का तापमान भी सामान्य से नीचे रहा। प्रदेश के कई शहरों में आंधी-बारिश और ओलावृष्टि हुई, जो ये संकेत देते है कि मानसून इस बार शुरुआत में थोड़ा सुस्त रह सकता है। ज्योतिषाचार्य की माने तो शास्त्रों में नौतपा का एक-एक दिन मानसून के महीने के एक-एक पखवाड़े के समान होता है। नौतपा के जिस दिन बारिश-आंधी आती है और गर्मी तेज नहीं पड़ती तब ऐसा माना जाता है कि उस दिन वाले पखवाड़े में मानसून सुस्त रहता है।

पिछले 5 साल में मानसून की देश और राजस्थान में एंट्री की स्थिति

सालकेरल में एंट्रीराजस्थान में एंट्रीदिनों का अंतर
201730 मई27 जून27
201829 मई26 जून27
20198 जून2 जुलाई24
20201 जून24 जून24
20213 जून18 जून15

पिछले 5 साल में राजस्थान में मानसून में हुई बारिश की स्थिति

सालवास्तविक बारिश (MM)सामान्य बारिश (MM)कम या अधिक (%)
2017454.9419+9
2018393.3419-6
2019583.6415+41
2020449.8415+8
2021485.3415+17
Click to listen highlighted text!