अभिनव न्यूज।
बीकानेर: राजस्थानी भाषा को प्रदेश की दूूसरी राजभाषा बनाने के लिए जयपुर में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कैंडल मार्च कार्यक्रम में बीकानेर जिले से सैकड़ों युवा कैंडल मार्च में शामिल होने हेतु बसों के माध्यम से जयपुर के लिए प्रस्थान किया।
महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय में अतिथि व्याख्याता रामावतार उपाध्याय एवं राजस्थानी भाषा आंदोलन के छैलू दान चारण ने बताया की शिवबाड़ी चौराहा स्थित संस्कार सदन से तीनों बसों को साहित्यकार राजेन्द्र जोशी , नेहरू शारदा पीठ के प्राचार्य डॉ. प्रशांत बिस्सा एवं राजस्थानी मोट्यार परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ गौरी शंकर प्रजापत ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर राजेंद्र जोशी ने कहा कि राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाना चाहिए उन्होंने कहा कि दुनिया भर में लगभग 12 करोड लोग राजस्थानी भाषा बोलते हैं
इस अवसर पर मोटियार परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ गौरी शंकर प्रजापत ने कहा की वर्षों से राजस्थानी भाषा को मान्यता की मांग प्रदेश में की जा रही है, अब समय आ गया है जब भारत सरकार एवं राजस्थान सरकार को इस पर निर्णय करते हुए राजस्थानी भाषा को मान्यता देनी चाहिए।
राजस्थानी भाषा को प्रदेश की राजभाषा बनाने के लिए लाखों युवाओं ने एक स्वर में प्रण लिया और कल एक ही दिन में पूरे भारतवर्ष में टॉप सूची में राजस्थानी राजभाषा ट्रेंड में रही और दो लाख युवाओं ने राजस्थान सरकार से राजस्थानी को राजभाषा हेतु ट्विटर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।
राजस्थानी भाषा के सैकड़ो प्रेमी आज जयपुर में होने वाले विशाल केंडल मार्च ओर धरना प्रदर्शन हेतु राजस्थानी मोट्यार परिसद ओर राजस्थानी युवा समिति तथा तेजस डिफेंस अकेडमी बीकानेर के तत्वाधान में तीन बसों में भरकर रवाना हुए।
धरने में शामिल होने के लिए तेजस डिफेंस एकेडमी निदेशक मदन दासौड़ी, महाराज गंगा सिंह विश्वविद्यालय में अतिथि व्याख्याता रामावतार उपाध्याय, व्याख्याता छैलू दान चारण सहित राजस्थानी मोट्यार परिसद के डॉ हरिराम बिश्नोई, प्रशांत जैन,अतिथि व्याख्याता राजेश चौधरी, दिलीप उपाध्याय दियातरा, महेंद्र दान दियातरा, मनीष सीगड़,सोभित डेलू,युवा नेता हिमांशु टाक, एडवोकेट सुग्रीव सांखला,सूरज के नेतृत्व में रवाना हुए।
इसके साथ ही एक बस देशनोक से मुकेश सिंडायच, बाबूलाल पड़िहार,सचिन देपावत ओर अरविंद भूरा के नेतृत्व में रवाना हुई।