अभिनव न्यूज।
झुंझुनूं: सरकार ने बजट भाषण में सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को दूध देने की घोषणा की थी। इस घोषणा को किए हुए भी नौ माह हो गए हैं। अब जबकि जिले के उच्च प्राथमिक स्तर तक के विद्यार्थियों के लिए दूध का पाउडर विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार स्कूलों तक पहुंच चुका है।
विद्यार्थियों को कार्टन में पड़ा दिख भी रहा है, लेकिन उनको पीने को नहीं मिल पा रहा है। क्योंकि, मिड डे मील योजना के आयुक्त ने आदेश जारी कर कहा है कि वितरण की आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं होने के कारण उसका वितरण नहीं कराया जाए।
जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजा आदेश
मिड डे मील योजना के आयुक्त ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को घोषणा के बगैर दूध का वितरण नहीं करने को कहा है। आदेश में कहा गया है कि मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के शुभारम्भ की आधिकारिक सूचना से पूर्व विद्यार्थियों को दूध उपलब्ध नहीं कराया जाना है।
हालांकि, बिल भुगतान को लेकर स्थिति बिलकुल साफ है। जिले में संबंधित दुग्ध संघ द्वारा पाउडर मिल्क की आपूर्ति पूर्ण करने के उपरान्त बिल प्रस्तुत करने पर नियमानुसार भुगतान की कार्रवाई शीघ्र करने को कहा गया है।
इसके अलावा मांग-पत्र के अनुसार पाउडर मिल्क की विद्यालयों में आपूर्ति नहीं हुई है, तो डेयरी फेडरेशन से संबंधित दुग्ध संघ को पत्र लिख कर आपूर्ति करवाने के निर्देश हैं।
वितरण का आदेश वापस लेना पड़ा
गौरतलब है कि कई जिलों में जिला शिक्षा अधिकारियों ने दूध वितरण की घोषणा भी कर दी थी। इसके बाद मिड डे मील आयुक्त ने आधिकारिक तौर पर दूध वितरण नहीं करने का आदेश जारी कर दिया। जिसके कारण अधिकारियों को दूध वितरण को लेकर जारी किया अपना आदेश वापस लेना पड़ा।
आदेश मिलते ही शुरू कर देंगे
जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक मनोज ढाका ने बताया कि बच्चों को दूध पिलाने का निर्णय उच्चाधिकारियों के स्तर पर ही होना है। जिलास्तर पर सभी तैयारियां पूरी हैं। आदेश आते ही बच्चों को दूध पिलाना शुरू कर दिया जाएगा।