अभिनव न्यूज।
बीकानेर: सितम्बर के अंतिम सप्ताह में बीकानेर में हुई डेढ़ करोड़ रुपए के हीरे-जेवरात की लूट के मामले में पुलिस ने एक बस ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच के मुताबिक बीकानेर से अहमदाबाद के बीच बस चलाने वाले इस ड्राइवर को पता था कि कुछ लोग उसकी बस में करोड़ों रुपए के हीरे-जेवरात लेकर बीकानेर जाते हैं। उसी ने अपने साथियों को बोलकर इस लूट को अंजाम की साजिश रची थी।
पुलिस के अनुसार जांच के दौरान आरोपी रवि मोदी ने बयान दिया कि ट्रेवल्स की बस से आने वाले सोने चांदी के जेवरात व अन्य कीमती सामान की सुचना उसे राजाराम विश्नोई ने दी थी। राजाराम विश्नोई उसी बस सर्विस में ड्राइवर था, जिससे जालौर निवासी हीराराम प्रजापत जेवरात लेकर बीकानेर आता था। उसने लगातार रैकी करते हुए लूट गिरोह को सूचना कर दी कि हीरालाल किस दिन और किस बस से बीकानेर आ रहा है। आरोपी रवि मोदी ने पुलिस को बताया कि राजाराम से मेरी जो भी माल मिलें उसमें से पचास प्रतिशत हिस्से में सौदा तय हुआ था। राजाराम के कहने पर ट्रेवल्स की बस जो अहमदाबाद से बीकानेर आती जाती है, उसकी रैकी करते हुए लूट की गई।
फरार हो गया था राजाराम
करीब दो महीने बाद पुलिस ने इस मामले में अब बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया है। जैसे ही ये गिरोह पकड़ा गया, राजाराम को शक हो गया कि उसका नाम आ सकता है। ऐसे में वो बीकानेर से फरार हो गया। इस दौरान पुलिस ने राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड सहित अनेक स्थानों पर दबिश दी। साइबर टीम ने भी राजाराम को तकनीकी रूप से पीछा किया। अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
अब तक छह गिरफ्तार
राजाराम सहित इस मामले में अब तक छह आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। घटना के दिन ही बीकानेर जिले के सभी थानाधिकारी को उक्त बोलेरो कैम्पर के पीछे लगा दिया गया था। तोलाराम, सतीश मोची, इरफान उर्फ मोडिया, वसीम अकरम व रवि मोदी को गिरफतार किया गया और इनसे ही ही सोने चांदी के जेवरात व अन्य सामान बरामद किया गया।
जीपीएस से पकड़े गए
दरअसल, जो सामान इन लोगों ने लूटा था, उसमें जीपीएस लगा हुआ था। लूट के तुरंत बाद संबंधित कंपनी ने पुलिस को बता दिया कि सामान में जीपीएस लगा हुआ है। त्वरित कार्रवाई करते हुए बीकानेर पुलिस की साइबर टीम एक्टिव हुई और लुटेरों के पीछे लग गई। कुछ ही घंटे में पुलिस ने इन लोगों को कैंपर गाड़ी व सामान के साथ गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस का दावा है कि इस दौरान लूट करने वालों ने फायरिंग भी की।