अभिनव न्यूज।
राजस्थान में सरकार एकबार फिर से REET के मुद्दे पर फंसती नज़र आ रही है, देश में जहां एक ओर सभी राज्यों की सरकारें नौकरियों के नाम पर युवाओं को लुभाने में लगी हैं, तो वहीं राजस्थान में सरकार ने रीट परीक्षा में लेवल-2 शिक्षकों के पद 31,500 से 6,000 घटाकर 25,500 कर दिए हैं. इस मुद्दे को लेकर सियासत और संघर्ष जारी है. जिले भर में इसको लेकर विरोध की आग सुलग रही है. इसीक्रम में 2 नवंबर को बेरोजगारों ने राज्य स्तर पर इसका विरोध करने का ऐलान किया है.
इस मामले को लेकर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ ने बीती दिन शिक्षा मंत्री से मुलाकात की. तो शिक्षा मंत्री कल्ला ने पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की नामांकन संख्या ज्यादा है, इसलिए उन्हें पढ़ाने वाले शिक्षकों (लेवल-1) के पदों की जरूरत ज्यादा है, जबकि आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की संख्या कम हैं, तो उन्हें पढ़ाने वाले शिक्षकों की जरूरत भी कम हैं.
शिक्षकों के पदों कि संख्या छात्रों कि पंजियन संख्या के आधार पर तय की जाती है. रीट लेवल 2 में पंजियन के हिसाब से पद 31,500 से 6,000 घटाकर 25,500 किए गए हैं. यदि इस मामले को लेकर असंतोष है तो हम एक बार फिर से इसकी समीक्षा करेंगे. बेरोजगारों कि शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला से मुलाकात के बाद ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद एक बार फिर से कम किए गए पद बढ़ सकते हैं.
रीट लेवल 2 का सोशल मीडिया पर भी विरोध देखा जा सकता है. वहीं बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने कहा है कि कांग्रेस सरकार बेवजह युवाओं का गुस्सा भड़का रही है. पद घटाने की कोई जरूरत ही नहीं थी. साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार को रीपीट नहीं होने की चेतावनी भी कई बार दोहराई है.