अमृतसर-जामनगर ग्रीनफील्ड कॉरिडोर सितंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा। इसका 277 किमी लंबे बीकानेर-जोधपुर खंड इसी साल पूरा कर जनता के लिए खोल दिया जाएगा। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिये यह जानकारी साझ़ा की है। बीकानेर के लिए अच्छी बात यह है कि 26 हजार करोड़ की लागत से बन रहे 1224 किमी लंबे कॉरिडोर में सबसे पहले बीकानेर-जोधपुर खंड का काम पूरा होगा। यह काॅरिडोर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान एवं गुजरात चार राज्यों से गुजर रहा है।
अमृतसर, बठिंडा, संगरिया, बीकानेर, सांचौर, समाखियाली और जामनगर जैसे आर्थिक शहरों को जोड़ेगा। अमृतसर से बठिंडा तक 155 किमी, संगरिया से संतालपुर तक 762 किमी सहित 917 किमी लंबाई में काम अंतिम चरण में हैं और तेज गति से चल रहा है। फिलहाल 400 किमी से अधिक का काम मुकम्मल है इसमें बीकानेर-जोधपुर खंड का बड़ा हिस्सा शामिल है।
इसलिए महत्वपूर्ण है यह कॉरिडोर
- नॉर्थ इंडिया के इंडस्ट्रीयल काॅरिडोर को वेस्ट इंडिया के प्रमुख बंदरगाह जामनगर और कांडला से जोड़ृेगा।
- बद्दी, बठिंडा, लुधियाना के मुख्य मार्गों से निकले हुए रास्तों और दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे के जम्मू और कश्मीर राज्य से जुड़ने से इंडस्ट्रीयल डवलपमेंट तेज होगा।
- ट्रांस राजस्थान कॉरिडोर के कारण आवागमन का समय, लागत कम करेंगे जो कंपीटिटिव ग्लोबल मार्केट में सपोर्ट करेगा।
- एक ही ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे वे पर देश की तीन प्रमुख रिफाइनरी होंगी जिसमें राजस्थान की बाड़मेर रिफाइनरी शामिल।