अभिनव टाइम्स बीकानेर।
महाराजा गंगा सिंह जी जयन्ती के अवसर पर महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर परिसर में स्थापित महाराजा गंगा सिंह जी की मूर्ति पर माननीय कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह सहित समस्त शिक्षक, अधिकारी एवं विद्यार्थियों ने पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय में ‘‘महाराजा गंगा सिंह व्याख्यान’’ का आयोजन किया गया। व्याख्यान के मुख्य वक्ता के रूप में सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक श्री पुष्पेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि महाराजा गंगा सिंह द्वारा बीकानेर के चहुमुंखी विकास के लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है।
शेखावत ने कहा कि महाराजा गंगा सिंह जी की सोच था कि बीकानेर में कैनाल के माध्यम से बंदरगाह स्थापित हो ताकि इस रेगीस्तानी भू-भाग में जल मार्ग के माध्यम से व्यापार किया जा सके। उन्होंने बताया कि महाराजा गंगा सिंह जी के साथ अपने परदादा सादुल सिंह किये गए कार्यो का उदाहरण सहित विस्तार से अवगत कराया। अध्यक्षीय उद्बोधन में विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि शैक्षणिक, प्रशासनिक सुधार एवं विकास की गंगा बहाने के लिए महाराजा गंगा सिंह जी को आधुनिक सुुधारवादी एवं भविष्यदृष्टा के रूप में याद किया जाता है।
उन्होंने कहा कि महाराजा गंगा सिंह जी ने विपरीत परिस्थितियों में अनवरत, संघर्षरत रहकर शिक्षा की प्रगति में विशेष रूचि ली। शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाना महाराजा गंगा सिंह जी का विशेष उद्देश्य रहा। उनका ऐसा विश्वास था कि आम नागरिक अपने उत्तरदायित्व का निर्वाह तभी कर सकते हैं जब उन्हें शिक्षा का लाभ मिले। उन्होंने कहा कि महाराजा गंगा सिंह जी बीकानेर इतिहास के प्रथम शासक थे जिन्होंने राज्य के विकास, आधुनिकीकरण व जनकल्याण हेतु शिक्षा की प्रगति को प्राथमिक अनिवार्यता मानकर रियासत में शिक्षा की प्रगति के कठिन कार्य को संभव कर दिखाया व राज्य को शैक्षणिक, पिछड़ेपन के अंधकार युग से शैक्षणिक प्रगति के प्रकाशमय युग में ला खड़ा किया।
महाराजा गंगा सिंह जी जयन्ती के अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर में ‘चंदन वाटिका’ का शुभारम्भ माननीय कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह ने चंदन का वृक्ष लगाकर किया गया। इस वाटिका को शुष्क वन अनुसंधान संस्थान, जोधपुर के सहयोग से विकसित किया जा रहा है जिसमें 222 चंदन के वृक्ष लगाये जायेंगे।
समारोह में प्रो. अनिल कुमार छंगाणी, प्रो. राजाराम चोयल, उप कुलसचिव डाॅ. बिट्ठल बिस्सा, सहायक कुलसचिव डाॅ. गिरिराज हर्ष, डाॅ. प्रकाश सारण, डाॅ. सुरेन्द्र कुमार गोदारा, डाॅ. गौतम कुमार मेघवंशी, डाॅ. धर्मेश हरवानी, डाॅ. अभिषेक वशिष्ठ, डाॅ. सीमा शर्मा, डाॅ. प्रगति सोबती, डाॅ. संतोष कंवर शेखावत, सम्पदा अधिकारी कुलदीप जैन, पुस्तकालयाघ्यक्ष उमेश शर्मा, सहायक निदेशक, शारीरिक शिक्षा डाॅ. यशवंत गहलोत, मानकेश सैनी, निजी सचिव-कुलपति राघव पुरोहित एवं केरियर काउन्सलर डाॅ. चन्द्रशेखर श्रीमाली सहित विश्वविद्यालय के विभागों में अध्ययरत विद्यार्थी सम्मिलित हुए।