अभिनव टाइम्स बीकानेर। कहते है कि प्यार अंधा होता है। ऐसा ही कुछ सुरभि कुमावत के साथ हुआ। पंजाब नेशनल बैंक की मार्केटिंग मैनेजर रही सुरभि को एक बेरोजगार युवक से प्यार हो गया। वह भी अपने धर्म के खिलाफ। आनन-फानन में दोनों ने शादी
कर ली। किंतु उसके बाद सुरभि को मिली नफरत के चलते उसने मौत को गले लगा लिया। उसका शव उनके फ्लैट में पंखे के सहारे लटका मिला। हालांकि पुलिस प्रथमदृष्टया से सुसाइड मान रही है, लेकिन परिजन अभी इस पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं। इसकी वजह है सुरभि कुमावत
की शाहिद से लव मैरिज बताई जाती है। सुरभि ने अपने सुसाइड नोट में मौत के लिए पति शाहिद को जिम्मेदार ठहराया है। उधर, शाहिद का दावा है कि वे दोनों 14 साल से प्यार करते थे। सुरभि जब कोचिंग जाती थी तब शाहिद फिल्टर वाटर सप्लाई का काम
करता था। 2016 में सुरभि की बैंक में नौकरी लग गई. उसके बाद सुरभि और शाहिद ने लव मैरिज की। शाहिद का दावा है कि सुरभि ने अपना हिन्दू धर्म नहीं छोड़ा बल्कि वह मुसलमान से हिन्दू बन गया। लेकिन सुरभि का परिवार शाहिद के धर्म परिवर्तन के दावे से सहमत नहीं है। शाहिद का कहना है कि वह सुरभि और पांच साल की बेटी के साथ शनिवार रात को किसी प्रोग्राम से लौटकर घर आया था। उसके बाद तीनों कमरे में सोने चले गए। लेकिन रविवार को सुबह फ्लैट के दूसरे कमरे में सुरभि का शव फंदे के सहारे पंखे से लटका मिला।