अभिनव टाइम्स। सीकर के धोद इलाके में नर्सिंग होम में गर्भपात की सूचना के बाद पुलिस और चिकित्सा विभाग ने सीज की कार्रवाई की। नर्सिंग होम में गर्भपात करवाने को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। ग्रामीणों ने आज कलेक्टर से मिलकर नर्सिंग होम पर कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांग नहीं मानी गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
धोद इलाके में शनिवार देर रात रामपुरा गांव में गर्भपात की सूचना के बाद पुलिस और चिकित्सा विभाग की टीम ने दबिश देकर नर्सिंग होम को सीज कर दिया था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एक सरकारी नर्स घर पर प्राइवेट अस्पताल के कहने पर गर्भपात जैसे अपराध करती है। शनिवार को भी ऐसे ही एक महिला नर्सिंग होम से निकली तो उसके ब्लीडिंग हो रही थी। जिसके बाद उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी। रामपुरा गांव के ग्रामीणों ने आज कलेक्टर अमित यादव से मुलाकात की और मामले में उचित कार्रवाई की मांग की।
एडवोकेट झाबरमल ने बताया कि नर्स ने गांव में नर्सिंग होम खोल रखा है। कई दिनों से संदिग्ध गतिविधियां ग्रामीणों को परेशान कर रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि लम्बे समय से यहां पर गर्भपात जैसा अपराध किया जा रहै है। ग्रामीणों ने आज कलेक्टर से मिलकर नर्सिंग होम पर कार्रवाई करने के लिए मांग-पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि जो डॉक्टर या अस्पताल इनके पास में ऐसे मामले भेजता है उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए । अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो ग्रामीण मिलकर उग्र आंदोलन करेंगे।