Welcome to Abhinav Times   Click to listen highlighted text! Welcome to Abhinav Times
Friday, November 22

दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क कोलायत में बनेगा, 3000 मेगावाट का होगा

दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क बीकानेर के कोलायत तहसील में बनेगा। यहां 3000 मेगावाट का सोलर पार्क बनेगा। जो 9000 एकड़ में तैयार हो रहा है। यह साेलर पार्क बनने के बाद बीकानेर दुनिया का सबसे बड़ा सोलर हब बन जाएगा। इसके बाद बीकानेर में 13,500 मेगावाट बिजली का उत्पादन होने लगेगा। अब तक का सबसे बड़ा 2245 मेगावाट का सोलर पार्क जोधपुर के भडला में है।

कोलायत में 3000 मेगावाट का साेलर प्लांट तैयार होने के बाद भडला का नाम कोलायत के बाद लिया जाएगा। इसके अलावा पूगल में बराला क्षेत्र में छोटा बंदरवाला में भी 2000 हजार के मेगावाट का सोलर पार्क तैयार हो रहा हैं। इसे राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड तैयार करवा रहा है। कोलायत में बनने वाला सोलर पार्क अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क सेंट्रल ट्रांसमिशन सिस्टम से जुड़ेगा। इसे तैयार होने में 2 साल की समय लगेगा।

पार्क के लिए ट्रांसमिशन लाइन सहित अन्य स्वीकृतियां जारी की जा चुकी है। इस पर काम भी शुरू हो चुका। 3000 मेगावाट के इस पार्क निजी कंपनी रेज एक्सपर्ट तैयार करवा रही है। इससे बीकानेर में आने वाले समय में बिजली आपूर्ति सुचारू होगी साथ ही यहां के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे।

अभी तक सबसे बड़ा…जोधपुर के भडला में 2245 मेगावाट का सोलर पार्क

सोलर एनर्जी में राजस्थान सबसे आगे
देश में सोलर एनर्जी उत्पादन में राजस्थान सबसे आगे है। भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) के अनुसार राजस्थान 10506 मेगावाट सोलर बिजली पैदा कर पूरे देश में टॉप पर आ गया है। इसमें बीकानेर 8000 मेगावाट बिजली पैदा करता है। रिपोर्ट के अनुसार 7534 मेगावाट क्षमता के साथ कर्नाटक दूसरे और 6309 मेगावाट क्षमता के साथ गुजरात तीसरे स्थान पर है।

13,500 मेगावाट बिजली का उत्पादन हाेगा
बीकानेर में 13500 मेगावाट सौर बिजली का उत्पादन होगा। अब तक 8000 मेगावाट बिजली का उत्पादन हाे रहा है। एक मेगावाट में एक साल में 15.50 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होता है। अभी तक 36 साेलर प्लांट के लिए 50 हजार वर्ग किलोमीटर यानी 14 हजार एकड़ जमीन काम में ली जा रही है। बीकानेर में 18 बड़ी कंपनियों ने 36 प्लांट लगा रखे हैं। अब बीकानेर में 5000 मेगावाट के दाे साेलर पार्काें के अलावा 500 मेगावाट के प्लांट और बनेंगे। इनके लिए सरकार और निजी कंपनियाें में एमओयू हाे चुके हैं।

540 प्लांट से बिजली पहुंच रही है ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर तक
बीकानेर, जोधपुर, अजमेर और हनुमानगढ़ जिले से होकर गुजरने वाले बनासकांठा (गुजरात)-मोगा (पंजाब) तक ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर है। तीन साल में तैयार इस ग्रीन कॉरिडोर की डबल सर्किट लाइनों और बीकानेर के जलालसर में बने 765/400 केवी (किलोवोल्ट) क्षमता के पॉवर ग्रिड स्टेशन पर करीब दो सौ करोड़ रुपए की लागत आई है। ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर से प्रदेश के भड़ला (जोधपुर) के सौर ऊर्जा प्लांटों और बीकानेर के लूणकरनसर-कोलायत क्षेत्र में लगे सौर ऊर्जा प्लांटों से उत्पादित बिजली नेशनल एनर्जी पार्क मोगा तक पहुंचनी शुरू हो जाएगी। इसके लिए बीकानेर के जलालसर क्षेत्र में ग्रीड पॉवर सब स्टेशन बनाया गया है।

Click to listen highlighted text!