राजस्थान में इस बार सावन से पहले ही इंद्रदेव मेहरबान रहे हैं। पिछले कई दिनों से राज्य में लगातार बारिश का दौर बना हुआ है। इसके कारण इस बार राज्य में 1 जून से 14 जुलाई तक सामान्य से 48 फीसदी ज्यादा बारिश हो गई है। वहीं, प्रदेश के 11 जिलों में अभी मानसून एक्टिव रहेगा।
जिलेवार स्थिति देखें तो बांसवाड़ा, झालावाड़, बारां, कोटा जिलों में अब तक औसतन 250MM से ज्यादा बरसात हो चुकी है। अच्छी बारिश के कारण ही इस बार खरीफ की फसल का रकबा भी कुल लक्ष्य का 60 फीसदी एरिया में बोया जा चुका है। यह पिछले साल 14 जुलाई तक हुई बुवाई की तुलना में दोगुना है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी वाली हवाएं पश्चिम की ओर आ रही हैं। इसकी वजह से राज्य में अच्छी बारिश हो रही है। इस बार मानसून की एंट्री भी पूर्वी राजस्थान के एरिया से हुई और 3 दिन के अंदर यह पूरे प्रदेश में छा गया था।
11 जिलों में एक्टिव रहेगा मानसून
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले कुछ दिन और पूर्वी राजस्थान के उदयपुर संभाग के प्रतापगढ़, उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर और बांसवाड़ा समेत कोटा जिले के कोटा, बूंदी, झालावाड़ और बारां समेत 11 जिलों में मानसून एक्टिव रहेगा। इन जिलों में 30 से 50MM तक बारिश होने की संभावना है। इन इलाकों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होती रहेगी।
60 फीसदी एरिया में खरीफ की बुवाई
राजस्थान में अच्छी बारिश के कारण इस बार खरीफ की बुवाई भी लक्ष्य के मुकाबले 60 फीसदी से ज्यादा हो चुकी है। 16 हजार 417 हेक्टेयर में से 9872 हेक्टेयर जमीन पर फसलें की बुवाई कर दी है, जबकि पिछले साल 14 जुलाई तक पूरे राज्य में 5383 हेक्टेयर रकबे में खरीफ की बुवाई हुई थी।
इसमें जिलेवार रिपोर्ट देखें तो अजमेर, सीकर, झालावाड़ और चित्तौड़गढ़ में 90 फीसदी तक बुवाई हो चुकी है, जबकि करौली में लक्ष्य के मुकाबले 101 फीसदी रकबे में बुवाई कर दी है।