ड्रग्स माफिया का ‘हॉट स्पॉट’ राजस्थान! स्कूल-कॉलेज तक पहुंचा नेटवर्क, MD से लेकर स्मैक बेच रहीं महिला पैडलर्स
अभिनव न्यूज, नेटवर्क। पंजाब व राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में ड्रग्स अपनी जड़ें जमा चुकी है। अब मारवाड़ भी ‘उड़ता मारवाड़’ का रूप लेने लगा है। युवा और खास तौर पर स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट इस दलदल में धंस रहे हैं। जोधपुर में ड्रग्स बेचने के पांच सौ से अधिक पेडलर व ठिकाने बन चुके हैं। रोजाना पांच किलो से अधिक एमडी ड्रग्स व स्मैक की खपत हो रही है। यही वजह है कि एमडी ड्रग्स बनाने की लैब स्थापित होने लगी। इस पर काबू पाने के लिए एनसीबी ने अब ड्रग्स तस्करों की सम्पत्तियां जब्त करने की तैयारी की है।
नशे के सौदागरों के लिए युवा वर्ग सबसे सॉफ्ट टारगेट है। शहर के बाहरी क्षेत्रों के स्कूल व कॉलेजों के आसपास नशे के ठिकाने पनपने लगे हैं। शुरुआत में नि:शुल्क पुडि़या देकर युवाओं को नशे का आदी बनाया जाता है। फिर उससे ड्रग्स के बदले रुपए वसूले जाते हैं। शहर के साथ गांवों तक एमडी ड्रग्स ने जड़ें जमा ली हैं...