टोपी के लिए टाट उलटने का खेल
~ आचार्य ज्योति मित्र
आप मानें या न मानें लेकिन हमारे उस्ताद जी की नजर में दुनिया भर में टोपियों का वर्चस्व सदा से रहा है। उस्ताद जी अपने समकालीनों में मंजे हुए टोपीबाज माने जाते हैं। उनको यह खिताब ऐसे ही नहीं मिला उन्होंने कई बार टोपी के लिए टाट उलटे है व आज भी उलटते ही जा रहे हैं। वैसे हमारे उस्ताद जी तो टोपी पहनाने की शास्त्र सम्मत परंपरा का निर्वहन भर करते हैं ।
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उस्ताद जी पहले शिद्दत से टोपी पहनाते हैं फिर मौका निकालकर टोपी उछालने में भी देर नहीं करते। टोपी पहनाना फिर टोपी उछालने के खेल के वे बड़े खिलाड़ी हैं । ओलंपिक एसोसिएशन यदि इस खेल को मंजूरी दे तो उस्ताद जी की गैंग मैडल का अंबार लगा देगी। वैसे तो उस्ताद कभी नाराज होते नहीं, होते भी हैं तो दर्शाते नहीं, इसलिए भविष्य में गंगा में मैडल विसर्जित करने का जोखिम भी न...