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Sunday, November 24

Month: September 2022

दुर्लभ रचना संवत 1765 में जैन मुनि उदयचंद रचित “बीकानेर गजल”

दुर्लभ रचना संवत 1765 में जैन मुनि उदयचंद रचित “बीकानेर गजल”

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नगर-वर्णनात्मक गजलों की परम्परा सत्रहवीं शताब्दी से प्रारम्भ होती है। कवि जटमल नाहर की लाहौर गजल सर्वप्रथम ज्ञात रचना है इस परम्परा को विशेष रूप से जैन कवियों ने अपनाया तथा उन्नीसवीं शताब्दी तक पचासों ग्राम व नगरों की गजलों का उन्होंने सृजन किया। ऐसी रचनाओं का एक संग्रह स्व. मुनि कांतिसागर जी ने हिन्दी-पद्य संग्रह नामक ग्रंथ में तथा कुछ फुटकर सामग्री फार्बस सभा के त्रैमासिक में प्रकाशित करवाई थी। इससे भी पहले की ऐसी रचनाओं का एक संग्रह तैयार किया था तथा उस सामग्री का कुछ विवरण राजस्थान में हस्तलिखित हिन्दी ग्रन्थों की खोज भाग -2 में प्रकाशित भी करवाया, पर खेद है कि काफी प्रयत्न करने पर भी वह सामग्री ग्रन्थाकार रूप में प्रकाशित न हो सकी।वर्णनात्मक नगर-परिचय के साथ-साथ चित्रात्मक नगर-परिचय भी उपलब्ध होते हैं। ऐसे दो सचित्र विज्ञप्ति पत्र बीकानेर के बड़े उपासरे स्थित वृहद ज्ञान भण्डार में प्...
ज्योतिष के उपायों से बदले बच्चों का स्वभाव

ज्योतिष के उपायों से बदले बच्चों का स्वभाव

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पंडित गिरधारी सुरा ( पुरोहित ) बचपन से ही बच्चों में अच्छे संस्कार के साथ-साथ उनके शारीरिक, मानसिक विकास के लिए सभी अभिभावकों को कुछ विशेष बातों का अवश्य ध्यान रखना चहिए। जब बच्चे माता पिता की बात नहीं सुनते हैं, बात नहीं मानते, जिद करते हैं या पढ़ाई में रुचि नहीं लेते हैं तो माता-पिता को चिंता होना स्वाभाविक है। कहा जाता है कि बच्चे शैतानी नहीं करेंगे तो क्या बड़े करेंगे? मगर जब ये शैतानी सीमा पर करने लगती है और स्वयं को और दूसरों को नुकसान पहुंचाने लगती है तो माता-पिता का चिंतित होना स्वाभाविक है।हर समय उनको अपने बच्चों की फिक्र लगी रहती है। बच्चों के जन्म के समय जिस तरह की ग्रह स्थितियां होती है स्वभाव भी उसी के अनुरूप बनता है। मंगल को विशेष रूप से (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); गुस्से, जिद्दीपन , उठापटक वाला ग्रह बताया है। बच्‍चों में जिद क...
करो योग-रहो निरोग: प्राणों का आयाम है प्राणायाम

करो योग-रहो निरोग: प्राणों का आयाम है प्राणायाम

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दीपक शर्मा, योगाचार्य प्राणायाम का अर्थ- प्राणायाम अष्टांग योग के आठ अंगो में से एक है महर्षि पतंजलि प्रणीत अष्टांग योग का चैथा अंग प्राणायाम हैं। प्राणायाम दो शब्दों से मिलकर बना है-‘प्राण और ‘आयाम’। ‘प्राण’ से तात्पर्य शरीर में समचरित होने वाले वायु (जीवनी शक्ति) से है तथा आयाम का अर्थ नियमन/नियंत्रण से है। इस प्रकार प्राणायाम से तात्पर्य श्वास-प्रश्वास की क्रिया पर नियंत्रण करने से है। जिसका अभ्यास करने से सम्पूर्ण शरीर स्वस्थ एवं निरोगी रहता है। हठयोगप्रदीपिका में प्राणायाम के संबंध में कहा गया है कि-चले वाते चलं चित्तं निश्चले निश्चलं भवेत्।योग स्थाणुत्वमाप्रोन्ति ततो वायुं निरोधयेत् !!अर्थात् प्राणों के चलायमान होने पर चित्त भी चलायमान हो जाता है और प्राणों के निश्चल होेने पर मन भी स्वतः निश्चल हो जाता है अतः योगी व्यक्ति को श्वासों पर नियंत्रण करना चाहिये। श्वास को धीमी गति से ...
ऋतुप्रिया की राजस्थानी कविताएं

ऋतुप्रिया की राजस्थानी कविताएं

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मशीन चौका-पौचारोटी-पाणीअरगाभा धोवण रीजींवती-जागतीमशीन हुवै लुगायांकित्तो करै कामठाह नींकद जागैकद सोवैपणघर मेंसगळां रानूवां-नूवां ताना ढोवै। 2- इनाम माणसटाबरसासु-सुसरोदेवर-जेठनणद-नणदोईजेठूता-नाणदासगळां नैपरोटै बीनणीघर संभाळतीउळझती -भाजतीजावै ड्यूटी माथैदोलड़ै काम मेंबिताद्यै जिनगीकित्तो करै कामपणइण नैकुण द्यै इनाम। ...
हिंदुस्तानी संस्कृति के अलमबरदार उर्दू शायर : फ़िराक़ गोरखपुरी

हिंदुस्तानी संस्कृति के अलमबरदार उर्दू शायर : फ़िराक़ गोरखपुरी

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-डॉ. असित गोस्वामी अगर है हिन्द शनासी की आरज़ू तुझकोमेरा कलाम इसी सिम्त इक इशारा है फ़िराक़ गोरखपुरी का यह शेर उनकी शायरी की एक बानगी पेश करता है। यह शेर इस बात की शहादत है कि उनका पूरा कलाम हिन्दुस्तान और हिंदुस्तानियत के रंग में रंगा है. हुस्न-ओ-इश्क, हिज्र-ओ-विसाल दिल-ओ-जिगर जैसे उर्दू के रिवायती मौज़ूआत तो फ़िराक़ साहब की शायरी में मिलते ही हैं, पर उनकी शायरी में भारतीय साहित्य परम्परा का श्रृंगार रस भी इफ़रात से मिलता है। उनके पूरे कलाम में और ख़ास तौर से उनके संग्रह “रूप” की रुबाइयों में सुन्दरता के विशुद्ध भारतीय रूपक बड़ी मिकदार में मौजूद हैं। जैसे -कोमल पद-गामिनी की आहट तो सुनोगाते क़दमों की गुनगुनाहट तो सुनोसावन लहरा है मद में डूबा हुआ रूपरस की बूँदों की झमझमाहट तो सुनोयावो पेंग है रूप में कि बिजली लहराएवो रस आवाज़ में कि अमृत ललचाएरफ़्तार में वो लचक पवन रस बल खाएगेसू में वो लट...
यूं ही कोई मिल गया था…

यूं ही कोई मिल गया था…

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संगीतकार गुलाम मोहम्मद की दास्तान यह भी अजीब संयोग ही है। जिस तरह संगीतकार आर. डी. बर्मन फिल्म 1942 : ए लव स्टरी के संगीत की सफलता देखने के लिए जीवित नहीं रहे, बिल्कुल ऐसी ही स्थिति संगीतकार गुलाम मोहम्मद की भी रही। वे भी अपनी बड़ी फिल्म पाकीजा की सफलता देखने के लिए जिंदा नहीं थे। गुलाम मोहम्मद ऐसे संगीतकार थे, जो रहे तो गुमनाम पर उनकी धुनें लोगों की जुबान पर सदियों से चढ़ी हुई हैं। उनकी धुनों की मिठास वर्षो के बाद भी कम नहीं हुई है और वे आज भी नए संगीतकारों के लिए आदर्श हैं। फिल्म पाकीजा जब बन रही थी, तब गुलाम मोहम्मद उसका संगीत तैयार कर चुके थे। कुछ काम अभी बाकी था कि तभी वे चल बसे। वे किस्मत के धनी नहीं थे। आर. डी. बर्मन ने तो कई बार सफलता का स्वाद चख लिया था अपने करियर में, लेकिन गुलाम मोहम्मद के नसीब में ऐसा नहीं लिखा था। वे गुमनाम रहे, और जब उनका काम दुनिया में ख्याति पाने वाला ह...
असर…अभिनव खबर का, जिम्मेदार जागे… मोहता सराय की जर्जर सड़क हो रही है दुरुस्त

असर…अभिनव खबर का, जिम्मेदार जागे… मोहता सराय की जर्जर सड़क हो रही है दुरुस्त

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अभिनव टाइम्स बीकानेर। "जिम्मेदारों की लापरवाही, सावधानी से चलिए यह मोहता सराय से होकर शीतला गेट जाने वाली बीमार बदहाल, जर्जर रोड है… प्रशासन की अनदेखी से उपजी आमजन की पीड़ा को अभिनव टाइम्स बीकानेर ने प्रमुखता से 29 अगस्त को प्रकाशित किया और जिम्मेदारों तक इस बदहाल रोड को सुधारने की बात रखी। साथ ही इस रोड के एक तरफ बने नाले, आचार्य बगेची के सामने रोड के मुहाने पर बने नाले की बदहाल स्थिति और रोड के एक ओर बने घरों के आगे नालिया ना होने से हो रही समस्याओं को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। अभिनव टाइम्स बीकानेर की खबर का असर यह हुआ की पीडब्ल्यूडी विभाग जागा। इस रोड को दुरुस्त करने की सक्रियता दिखाई। अब यह रोड आचार्यों की बगेची के सामने से शीतला गेट तक नई बनाई जाएगी। विभाग की ओर से रविवार को इस रोड पर (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); बने गड्ढों को पाटने क...
उन्होंने भी यही किया था….. संदर्भ  : कांग्रेस

उन्होंने भी यही किया था….. संदर्भ : कांग्रेस

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संजय आचार्य वरुण कांग्रेस विगत एक दशक से भारतीय राजनीति में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है । जो पार्टी पांच दशक से भी अधिक समय तक सत्ता में रही, आजादी से लेकर वर्तमान तक देश के स्वरूप निर्माण में जिसका निर्विवाद रूप से महत्वपूर्ण योगदान रहा है, वह पार्टी आज दिशाहीन सी क्यों नज़र आ रही है ? विपक्ष में रहने पर भी एक बड़ी राष्ट्रीय पार्टी का महत्व और भूमिका कम नहीं हो जाती । विपक्ष लोकतंत्र का सबसे जरूरी हिस्सा है। यह सुखद है कि देश में बहुमत वाली एकल पार्टी सरकारों का दौर लौट आया है लेकिन विपक्ष कमजोर और निष्प्राण है, यह लोकतंत्र के लिए किसी भी सूरत में अच्छा संकेत नहीं है । कांग्रेस चिंतन शिविरों का आयोजन तो करती है किन्तु उनमें धरातल पर उतरकर आत्मचिंतन करने की बजाय सत्तापक्ष का अनावश्यक विरोध कर आमजन मानस में अपनी छवि को नकारात्मक बनाती जा रही है । आप किसी को बुरा बताकर कभी भी अच...
दुख का कारण नहीं बनेंगे- डॉ. गजादान चारण “शक्तिसुत”

दुख का कारण नहीं बनेंगे- डॉ. गजादान चारण “शक्तिसुत”

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डॉ. गजादान चारण "शक्तिसुत" जो हरदम आगे रहते हैं,आगे ही शोभा पाते हैं।वो एक कदम भी रुक जाएं,तो सब राही रुक जाते हैं।।मंजिल को पाना मुश्किल है,उसूल निभाना और कठिन।सुख के तो अनगिन साथी हैं,हैं असल परीक्षक दुख के दिन।।निज-परिताप द्रवे यह दुनियां,पर का परिताप न जान सके।मिथ्या आडम्बर चक्कर में,नहिं असल सत्य पहचान सके।।उसूल निभाना अच्छा हैपर वो भी कहीं यदि रूढ़ हुआ।जो कालबाह्य है उसे पकड़कर अड़ा रहा सो मूढ़ हुआ।।यह समय-सरित की धारा हैजो सुना रही सन्देश बड़ा।जो बहता है वह निर्मल हैजो रुका पड़ा सो पड़ा सड़ा।सबलों ने जग को सिखलायासंसार निबल का दुश्मन है।सामर्थ्यवान को दोष नहींबलहीन जनों हित बन्धन है।।जो सक्षम हैं सो बदल रहेसब रुग्ण रु रूढ़ रिवाजों को।जर्जर दीवारें ढहा ढहावे खोल रहे दरवाजों को।।लेकिन ये पीड़ा है मन मेंदिखते सब अपने कष्ट लिए।पर की पीड़ा महसूस करेंवो ज़िगर दिखाई नहीं दिए।।खुद पर बीती तो नियम त...
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की 60 छात्राओं का नहाते हुए VIDEO वायरल:साथी छात्रा ने वीडियो दोस्त को भेजा; उसने सोशल मीडिया पर डाला, 8 ने की खुदकुशी की कोशिश

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की 60 छात्राओं का नहाते हुए VIDEO वायरल:साथी छात्रा ने वीडियो दोस्त को भेजा; उसने सोशल मीडिया पर डाला, 8 ने की खुदकुशी की कोशिश

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अभिनव टाइम्स बीकानेर। मोहाली की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली 60 छात्राओं का नहाते हुए वीडियो वायरल हो गया। इस घटना के बाद 8 छात्राओं ने खुदकुशी की कोशिश की है। इनमें से एक की हालत नाजुक है। ये वीडियो साथी छात्रा ने ही बनाया था और उसने शिमला में अपने एक दोस्त को भेजा था। उसी ने ये वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिए। वीडियो सामने आने के बाद चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में शनिवार-रविवार की रात भारी हंगामा होना शुरू हुआ, जो अब तक जारी है। छात्राएं और उनके परिजन प्रदर्शन कर रहे हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); दो बड़े अपडेट्स... उस लड़के की तलाश में पुलिस की टीम शिमला भेजी गई है, जिसने वीडियो सोशल मीडिया पर डाला।यूनिवर्सिटी में छात्राओं और परिजनों की भारी भीड़ है। हंगामा चल रहा है। बड़ी तादाद में पुलिस वाले तैनात किए गए हैं। अब तक की जांच का बड़ा एं...
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