शुभ मास- ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष
शुभ तिथि पूर्णिमा तिथि सायं 5 बजकर 21 मिनट तक तत्पश्चात आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि आरम्भ. पूर्णिमा तिथि में मांगलिक कार्य शुभ माने माने गये है. पूर्णिमा तिथि में जन्मे जातक धनवान,बुद्धिवान, साहसी, धर्मपरायण और ऐश्वर्यवान होते हैं.
शुभ नक्षत्र ज्येष्ठा नक्षत्र सायं 6 बजकर 32 मिनट तक तत्पश्चात मूल नक्षत्र रहेगा. ज्येष्ठा नक्षत्र में अग्नि, शिल्प, चित्रकारी इत्यादि कार्य विशेष रूप से सिद्ध होते हैं. ज्येष्ठा नक्षत्र गण्डान्त मूल संज्ञक नक्षत्र है अतः ज्येष्ठा नक्षत्र मे जन्मे जातको कि 27 दिन बाद पुनः इसी नक्षत्र के दिन मूल शांति करवा लेनी चाहिए. ज्येष्ठा नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक स्वतन्त्र विचारों वाला, कठोर मेहनत करने वाला, क्रोधी स्वाभाव वाला, सुन्दर, साहसी, व्यापार निपुण, धनवान,बुद्धिमान होता है.
चन्द्रमा- सम्पूर्ण दिन वृश्चिक राशि में संचार करेगा
व्रतोत्सव- पूर्णिमा व्रतम पुण्यं, सत्यनारायण पूर्णिमा, कबीर जयंती
राहुकाल- दोपहर 3 बजे से 4.30 बजे तक
दिशाशूल- मंगलवार को उत्त्तर दिशा मे दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से गुड़ खा कर निकले.
आज के शुभ चौघड़िये- प्रातः 9.01 मिनट से दोपहर 02.09 मिनट तक चर, लाभ, अमृत का और दोपहर 3.51 मिनट से सायं 5.34 तक शुभ का चौघड़िया.