शुभ मास- ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष
शुभ तिथि एकादशी नन्दा संज्ञक तिथि प्रातः 10 बजकर 55 मिनट तक तत्पश्चात द्वादशी तिथि रहेगी. एकादशी तिथि में विवाह आदि मांगलिक, यज्ञोपवीत, गृह आरम्भ, प्रवेश, देव कार्य आदि कार्य शुभ व सिद्ध होते हैं.
शुभ नक्षत्र स्वाति नक्षत्र रात्रि 9 बजकर 21 मिनट तक तत्पश्चात विशाखा नक्षत्र रहेगा. स्वाति नक्षत्र में यदि तिथि शुभ हो तो यात्रा, विवाह, गृह प्रवेश, मांगलिक कार्य इत्यादि कार्य विशेष रूप से सिद्ध होते हैं. स्वाति नक्षत्र में जन्मा जातक मेघावी, विलासप्रिय, धनवान, बुद्धिमान होता है.
चन्द्रमा- तुला राशि में संचार करेगा.
व्रतोत्सव- निर्जला एकादशी व्रत वैष्णवों का, गायत्री जयंती, त्रिस्पृशा महा द्वादशी
राहुकाल- प्रातः 9 बजे से 10.30 बजे तक
दिशाशूल- शनिवार को पूर्व दिशा मे दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से अदरक या उरद दाल खा कर निकले.
आज के शुभ चौघड़िये- प्रातः 7.18 मिनट से प्रातः 9.01 मिनट तक शुभ, दोपहर 12.25 मिनट से सायं 5.32 तक चर, लाभ, और अमृत का चौघड़िया.