अभिनव न्यूज।
उदयपुर: उदयपुर के सराड़ा में आंगनबाड़ी में फर्जी सुपरवाइजर बनकर लोगों से लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। कभी खुद को चीफ मैनेजर तो कभी सुपरवाइजर बताता था। सैकड़ों लोगों से फर्जी तरीके से करीब 10 लाख रुपए वसूल चुका है। पुलिस जांच में इसका खुलासा हुआ है। सराड़ा थानाधिकारी प्रवीण सिंह ने बताया कि आरोपी सराड़ा निवासी कमलेश पुत्र कालूलाल सुथार को गिरफ्तार किया। जिसके पुलिस कस्टडी में रखा है।
थानाधिकारी ने बताया कि हमारे पास कई लोगों ने शिकायत की थी कि आरोपी कमलेश कभी चीफ मैनेजर बनकर और तो कभी सुपरवाइजर बनकर लोगों के पास जाता था। आंगनबाड़ी में नौकरी लगाने के नाम पर तो कभी बेटी-बचाओ बेटी पढ़ाओं अभियान के नाम पर पैसे वसूल करता था। ज्यादातर लोगों से इसने 5 से 7 हजार रुपए वसूल किए हैं।
बदला नाम मोहित बताता और आंगनबाड़ी निरीक्षण पर जाता
आरोपी बीते दिनों अपने नाम को मोहित शर्मा बताकर और खुद को आंगनबाड़ी सुरपवाइजर बताकर आंगनबाड़ी केन्द्र नावड़ा में गया था। इसने आंगनबाड़ी का निरीक्षण करते हुए वहां मौजूद कार्यकर्ता को बेटी बचाओ स्कीम के बारे में बताया कि इस स्कीम के तहत कोई भी व्यक्ति 18 वर्ष आयु वर्ग की बेटियों के नाम पर 5 हजार रुपए जमा कराएगा तो उसे 5-6 में 5 लाख रुपए मिलेंगे।
इस पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने सुपरवाइजर समझकर विश्वास करते हुए पैसे आॅनलाइन भेज दिए। इसके कुछ दिन बाद आरोपी से सम्पर्क किया तो वह टालमटोल करता रहा। फिर आरोपी के बारे में पता किया तो उसका नाम मोहित शर्मा नहीं बल्कि कमलेश पटेल निकला। इसकी शिकायत पुलिस को की गई। फिर पुलिस जांच में इसे दोषी पाया गया।