अभिनव न्यूज।
टोंक: टोंक जिले में करीब 2 महीने पहले कुछ लोगों ने विवाहिता का किडनैप कर लिया और नशीला पदार्थ खिलाकर करीब 1 महीने तक गैंगरेप किया। पीड़िता करीब 1 महीने बाद आरोपियों के चंगुल से छूटकर घाड़ थाना पुलिस के पास पहुंची और आपबीती बताई। इसके बाद घाड़ पुलिस ने उसे सोप पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज कर परिजनों के हवाले कर दिया। पीड़िता पिछले 22 दिनों से न्याय के लिए भटक रही है, लेकिन पुलिस ने अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है।
पीड़िता ने अब परिजनों के साथ कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता ने सोप पुलिस पर आरोपियों को बचाने और परिवार को धमकाने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने बताया कि आरोपी 3-4 बार उसके घर में घुसकर मारपीट कर चुके है, लेकिन पुलिस ने एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। आरोपियों के खुलेआम घूमने से उसे और उसके परिवार को जान को भी खतरा बना हुआ है।
मकान में बंधक बनाकर रखा, कई दिनों तक गैंगरेप किया
पीड़िता ने बताया वह घटना से कुछ दिन पहले अपने ससुराल से पीहर आई थी। 16 सितंबर की सुबह करीब 4 बजे दैनिक दिनचर्या के लिए घर से निकली थी। उस दौरान पहले से ही घर के बाहर खड़े 7-8 लोग उसका मुंह बंद कर कार में किडनैप कर धुंआकला गांव ले गए। आरोपियों ने उसे नशीला पदार्थ खिलाकर एक मकान में बंधक बनाकर रखा और कई दिनों तक उसके साथ गैंगरेप किया। इस दौरान आरोपियों ने मेरे बाल काटे और जान से मारने के साथ ही 6 लाख रुपए में बेचने की कोशिश की। इस बीच मेरे पिता ने 18 सितंबर को सोप थाने में मेरी गुमशुदगी की रिपोर्ट दी, लेकिन पुलिस ने मुझे ढूंढने के लिए कोशिश नहीं की।
भाभी को फोन पर बताई आपबीती, मौका मिला तो भागी
पीड़िता ने बताया कि 20-22 सितंबर को उसने कहीं से मोबाइल का जुगाड़ कर अपनी भाभी को फोन किया और आपबीती बताई। पीड़िता ने बताया कि रामदेव, धनराज, महेंद्र, बनवारी समेत एक दर्जन बदमाशों ने एक महिला निरमा की मदद से उसको नशीला पदार्थ खिलाकर किडनैप कर लिया और अब नशीला पदार्थ खिलाकर बारी-बारी से गैंगरेप कर रहे हैं। इस पर उसके परिजन थाने पहुंचे और थाना अधिकारी नरेंद्र सिंह को जानकारी दी, लेकिन उन्होंने उसके परिजनों को भगा दिया।
पीड़िता ने बताया कि इसके बाद 19 अक्टूबर को मेरे परिजनों इस्तगासे के जरिए सोप के इब्राहिम नगर निवासी रामदेव पुत्र रामनारायण जाट, शंकर पुत्र रामकरण, हरीराम पुत्र रामलाल, धनराज पुत्र रामकरण, निरमा पत्नी रामअवतार, साडा थाना बनेठा निवासी धनराज पुत्र लड्डु लाल, महेंद्र पुत्र हरिनारायण, महेंद्र पुत्र सूरजमल, घाड़ थाना क्षेत्र के धुंआकला निवासी बनवारीलाल पुत्र लड्डु लाल जाट, अलीगढ़ थाना क्षेत्र के नाहरी निवासी रामस्वरूप पुत्र माधो, पीपलू थाना क्षेत्र के चौगल निवासी शकंरलाल, सोप के रामदयाल और डिग्गी थाना क्षेत्र के धोली निवासी कालू पुत्र हीरालाल के खिलाफ किडनैप और गैंगरेप करने का मामला दर्ज कराया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अब केस वापस लेने को लेकर आरोपी आए दिन घर में घुसकर मारपीट करते हैं। मारपीट का मुकदमा भी थाने मे दर्ज कराया है और इसका वीडियो भी पुलिस को दिया है, लेकिन किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
जांच में सहयोग नहीं कर रहा पीड़ित पक्ष
जांच अधिकारी और उनियारा डीएसपी शकील अहमद ने बताया कि दोनों पक्ष आए दिन झगड़ते रहते हैं। इसको लेकर उनियारा और सोप थाने में ही 9 मामले दर्ज हो चुके है। इनकी जांच की जा रही है। किडनैप और गैंगरेप मामले की जांच में पीड़ित पक्ष सहयोग नहीं कर रहा है। इसके लिए उनको लेटर भी लिखे जा चुके हैं, लेकिन अभी तक मौका पर्चा भी नहीं बना है, जबकि दो बार मैं इनके घर जा आया।
डिटेल पता कर करवाई जाएगी आगे की कार्रवाई
कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने बताया कि अभी इसी मामले की डिटेल जानकारी नहीं है। इसका पता करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।